नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा वर्ग को समाज के ज्वलंत मुद्दों के प्रति न केवल जागरुक बनाना बल्कि उनको इन समस्याओं के प्रति कर्मठ, जवाबदेह व कर्तव्यपरायण बनाना है।
नुक्कड़ नाटक एक सामाजिक संदेश पर आधारित होना आवश्यक है।भारतीय नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा वर्ग को समाज के ज्वलंत मुद्दों के प्रति न केवल जागरुक बनाना बल्कि उनको इन समस्याओं के प्रति कर्मठ, जवाबदेह व कर्तव्यपरायण बनाना है।
प्रथम चरण -
प्रतियोगिता का प्रथम चरण ऑनलाइन चरण होगा जिसके अंतर्गत नुक्कड़ समूहों से उनके द्वारा ही निर्मित व अभिनित नुक्कड़ का न्यूनतम पाँच मिनट का चलचित्र(अपकमव) आवेदन के रूप में माँगा जायेगा। उसके आधार पर शीर्ष 15 समूहों का चुनाव अंतिम चरण के लिए होगा ।
अंतिम चरण-
चयनित समूहों द्वारा अंतिम चरण में अपने नुक्कड़ की प्रस्तुति होगी। अंतिम चरण राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल के प्रांगण में आयोजित किया जाएगा|
नियमएवंविनियम:-
1. वादककारो को छोड़कर नाटक मण्डली की अधिकतम सदस्यता 20 वन्यूनतम 8 रहेगी।
2. अधिकतम समय सीमा 20 मिनिट रहेगी, समय सीमा के उल्लंघन पर उचित कार्यवाही निर्णय समिति द्वारा की जाएगी।
3. किसी भी प्रकार के आधुनिक वाद्ययंत्र , आग , जल वधुएं का प्रयोग निषेध है।
4. निर्णयमानदंड -
● 30%= विषयसूची
● 25%= अभिनय
● 20%= दर्शकप्रतिक्रिया
● *15%= निर्देशन
● *10%= विविधप्रभाव`
5. किसी भी प्रकार के नियम उल्लंघन व असभ्यता के होने पर उचित कार्यवाही की जाएगी।
6. शंखनाद निर्णय समिति द्वारा लिया गया निर्णय ही वाध्यकारी व अंतिम होगा।