नृत्य भी मानवीय अभिव्यक्तियों का एक रसमय प्रदर्शन है। यह एक सार्वभौम कला है, जिसका जन्म मानव जीवन के साथ हुआ है। नृत्य का उद्देश्य युवाओ को भारतीय नृत्यों से अवगत कराना है l किसी भी महाविद्यालय के छात्र-छात्राएँ इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर सकेंगे l
नृत्य के प्रकार भारत की जड़ों से जुड़े होने चाहिए।
ये किसी भी समुदाय के हो सकते हैं बशर्ते वे भारतीय सार का प्रतिनिधित्व करते हों,जैसे गरबा,कथक,बॉलीवुड,आदि।
यह प्रतियोगिता एक ही चरण में होगी।
नियम:-
*एकल एवं युगल नृत्य के नियम -*
1) प्रस्तुती की समय सीमा 2-3 मिनट की ही होनी चाहिए।
2) नृत्य के प्रकार भारतीय संस्कृति से संबंधित होने चाहिए ।
3) नृत्य की पोशाक एवं गीत उपयुक्त एवं भारतीय सभ्यता के अनुसार होने चाहिए ।
4) प्रतिभागी अपनी पोशाक एवं गीतों के लिए स्वयं उत्तरदायी होंगे|
5) प्रतिभागी अपने गीतों को मोबाइल अथवा पैन ड्राइव में डाल कर प्रस्तुती के पुनः ही जमा करवा दें ।
6) किसी भी प्रकार की अभद्रता अमान्य होगी एवं उस पर आखिरी निर्णय मुख्य समन्वयक का होगा।
*सामूहिक नृत्य के नियम -*
1) प्रत्येक समूह में 3-10 सदस्य होने चाहिए ।
2) प्रसतुती की समय सीमा 4-6 मिनट की होनी चाहिए।
3) नृत्य के प्रकार भारतीय संस्कृति से संबंधित होने चाहिए ।
4) प्रतिभागियों की पोशाक एवं गीत उपयुक्त एवं भारतीय सभ्यता के अनुसार होने चाहिए ।
5) प्रतिभागी अपनी पोशाक एवं गीतों के लिए स्वयं उत्तरदायी होंगे ।
6) प्रतिभागी अपने गीतों को मोबाइल अथवा पैन ड्राइव में डाल कर प्रस्तुती के पुनः ही जमा करवा दें ।
7) किसी भी प्रकार की अभद्रता अमान्य होगी एवं उस पर आखिरी निर्णय मुख्य समन्वयक का होगा।