"जिसके सामने होते है कलाकार नतमस्तक ,
वही है असली निर्णायक कहते है जिसे दर्शक "
एक कलाकार के जीवन में दर्शक की उतनी ही महत्वत्ता है जितनी उसकी कला की है l
कलाकार की कला की क्षमता दर्शको की तालियों द्वारा ही बतलाई जा सकती है l
एक अच्छा दर्शक कलाकार का अच्छा निर्णायक बन सकता है l
शंखनाद मौका देता है आपको दर्शक बनने का l आइये और शंखनाद के रंग बिरंगे व रोचक कार्यक्रमों का लुत्फ़ उठाइये नीचे दिए गए बक्से पर क्लिक करके अपना पंजियन करे व शंखनाद में अपना योगदान दे l
आपके आगमन के हम अभिलाषी रहेंगे l