"त्वरित विचारो की पेशकश बिना गवाय एक क्षण,
इसी खेल को हम कहते है तात्कालिक भाषण"
किसी विषय पर बिना किसी तैयारी किए स्वाभाविक रूप से बोलना और तर्कों के माध्यम से अपनी बात को सिद्ध करना, अर्थात् – आशुभाषण, वाक्चातुर्य या तर्कयुद्ध। इसमे किसी भी महाविद्यालय के छात्र - छात्राएं भाग ले सकते हैं। यह प्रतियोगिता दो चरणों में सम्पन्न होगी।
प्रथम चरण
इस चरण में प्रतिभागियों को पर्चियों के माध्यम से विषय प्रदान किए जाएंगे और उन्हें उस विषय पर 2 मिनट बोलना होगा।
द्वितीये चरण
इस चरण में प्रतिभागियों को कोई चित्र अस्त-व्यस्त रूप में दिया जाएगा जिनको उन्हें सही रूप में व्यवस्थित करके उस चित्र से तर्कयुक्त बातें ज्ञात कर उस पर विचार व्यक्त करने होंगे।
नियमावली:-
1. प्रत्येक प्रतिभागियों को प्रथम चरण में 2 मिनट का समय दिया जाएगा तर्क वियक्त करने के लिए।
2. दूसरे चरण में प्रतिभागियों को 2 मिनट विखरी पर्चियों को सही रूप देने , 2 मिनट उस पर विचार करने एवं 2 मिनट से 2.5 मिनट उस पर विचार व्यक्त करने को दिया जाएगा ।
3. यदि कोई भी प्रतिभागी प्रस्तावित समय से ज़्यादा बोलता है तो उसके लिए नकारात्मक अंकों का भी प्रावधान हैं।
4. प्रतिभागियों को अंक तर्कयुक्त बिंदू पर ही दिए जाएंगे।
5. किसी भी प्रकार की अभद्रता अमान्य होगी एवं उस पर आखिरी निर्णय मुख्य समन्वयक का होगा।
6. जो भी विषय प्रतिभागियों को दिया गया है उसमें किसी भी प्रकार के बदलाव नहीं किए जायेंगे।