"गूँज हुई है परिवर्तन की भेज रहे है साधुवाद ,
स्वागत आप सभी का इसमें नाम है जिसका शंखनाद "
शंखनाद राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित वार्षिक हिंदी महोत्सव है
जिसमे अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनोरंजक प्रतियोगिता भी होती है
जिसमे हिंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित होता है
आप सभी इस कार्यक्रम में भाग लेकर अपनी योग्यता दिखाए एवं इस महोत्सव का आनंद ले
`भारत यात्रा` एक प्रश्नमंच प्रतियोगिता है। प्रश्नमंच न सिर्फ सामान्य ज्ञान व समसामयिक घटनाओं पर आधारित प्रश्नों पर आधारित होगा अपितु भारत के गौरवपूर्ण इतिहास, प्राचीनकाल में भारत, विज्ञान एवं खेल जगत में भारत की उपलब्धियाँ, भारत के महापुरुष आदि विषयों को भी समेटेगा।
भाग ले >>समाज में एक नयी चेतना जागृत करने के लिए, आमजन को वास्तविक परिस्थितियों से अवगत कराने के लिए, समाज में मानवीय गुणों को प्रतिष्ठित करने के लिए और हिंदी को सुदृढ़ करने के लिए......
भाग ले >>किसी विषय पर बिना किसी तैयारी किए स्वाभाविक रूप से बोलना और तर्कों के माध्यम से अपनी बात को सिद्ध करना......
भाग ले >>भारत देश विभिन्न संस्कृतियों से परिपूर्ण एवं सौंदर्य-समृद्ध है। यहाँ प्रचलीत भिन्न- भिन्न संस्कृतिया ही हमारी पहचान है। इन सब संस्कृतियों एवं ......
भाग ले >>हिंदी के इस महोत्सव के माध्यम से हिन्दी को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से एवं छात्रों में तार्किक एवं वक्तव्य क्षमता के विकास के लिए इस वर्ष राजीव गाँधी में प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल में ‘संसदीय वाद विवाद’ का आयोजन किया जाएगा।
भाग ले >>भारतीय नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा वर्ग को समाज के ज्वलंत मुद्दों के प्रति न केवल जागरुक बनाना बल्कि उनको इन समस्याओं के प्रति कर्मठ, जवाबदेह व कर्तव्यपरायण बनाना है। प्रतियोगिता में २ चरण होंगे।
भाग ले >>अल्पना विभिन्न प्रकार के रंगों से बनाई जाने वाली भारत की प्राचीन सांस्कृतिक परंपरा और लोक कला है। इसका एक नाम रंगोली भी है। अल्पना भारत के कई घरों के आँगन मे हर दिन बनाई जाती है। विशेष तौर पर महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में यह ज्यादा देखने को मिलती है।
भाग ले >>भारतीय शास्त्रीय संगीत या मार्ग, भारतीय संगीत का अभिन्न अंग है। शास्त्रीय संगीत को ही ‘क्लासिकल म्जूजिक’ भी कहते हैं। शास्त्रीय गायन ध्वनि-प्रधान होता है, शब्द-प्रधान नहीं। इसमें महत्व ध्वनि का होता है। इसको जहाँ शास्त्रीय संगीत-ध्वनि विषयक साधना के अभ्यस्त कान ही समझ सकते हैं, अनभ्यस्त कान भी शब्दों का अर्थ जानने मात्र से देशी गानों या लोकगीत का सुख ले सकते हैं।
भाग ले >>हास्य और व्यंग्य जीवन नौका के दो पतवार हैं। इनके बिना न केवल जीवन अधूरा है बल्कि नीरस भी है। जीने की कला के ये सबसे बेहतर रास्ते हैं, हमारे थके हारे मन को ताजग़ी देते हैं, जीवन की विडम्बनाओं पर खुल कर हंसने का अवसर देते हैं और जटिल परिस्थियों से जूझने का मनोबल भी।
भाग ले >>नृत्य के प्रकार भारत की जड़ों से जुड़े होने चाहिए । ये किसी भी समुदाय के हो सकते हैं बशर्ते वे भारतीय सार का प्रतिनिधित्व करते हों, जैसे गरबा, कथक, बॉलीवुड, आदि ।
भाग ले >>जिस तरह व्यक्ति जीवन में उत्साह, आत्मविश्वास, बौद्धिक कुशलता और दूसरे के सहयोग द्वारा हर एक चुनौती से लड़ कर आगे बढ़ता हैँ, उसी प्रकार इस प्रतियोगिता में भी हर एक पहेली को सुलझाते हुए जीत की ओर बढ़ना है l
भाग ले >>शंखनाद मौका देता है आपको दर्शक बनने का l आइये और शंखनाद के रंग बिरंगे व रोचक कार्यक्रमों का लुत्फ़ उठाइये नीचे दिए गए बक्से पर क्लिक करके अपना पंजियन करे व शंखनाद में अपना योगदान दे l आपके आगमन के हम अभिलाषी रहेंगे l
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